महाभारतम् — 12.60.43
Original
Segmented
यज्ञो मनीषया तात सर्व-वर्णेषु भारत न अस्य यज्ञ-हणः देवा ईहन्ते न इतरे जनाः तस्मात् सर्वेषु वर्णेषु श्रद्धा-यज्ञः विधीयते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यज्ञो | यज्ञ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
मनीषया | मनीषा | pos=n,g=f,c=3,n=s |
तात | तात | pos=n,g=m,c=8,n=s |
सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
वर्णेषु | वर्ण | pos=n,g=m,c=7,n=p |
भारत | भारत | pos=n,g=m,c=8,n=s |
न | न | pos=i |
अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
यज्ञ | यज्ञ | pos=n,comp=y |
हणः | हन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
देवा | देव | pos=n,g=m,c=1,n=p |
ईहन्ते | ईह् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
न | न | pos=i |
इतरे | इतर | pos=n,g=m,c=1,n=p |
जनाः | जन | pos=n,g=m,c=1,n=p |
तस्मात् | तस्मात् | pos=i |
सर्वेषु | सर्व | pos=n,g=m,c=7,n=p |
वर्णेषु | वर्ण | pos=n,g=m,c=7,n=p |
श्रद्धा | श्रद्धा | pos=n,comp=y |
यज्ञः | यज्ञ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
विधीयते | विधा | pos=v,p=3,n=s,l=lat |