महाभारतम् — 12.60.28
Original
Segmented
तस्मात् शूद्रस्य वर्णानाम् परिचर्या विधीयते तेषाम् शुश्रूषणात् च एव महत् सुखम् अवाप्नुयात्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तस्मात् | तस्मात् | pos=i |
शूद्रस्य | शूद्र | pos=n,g=m,c=6,n=s |
वर्णानाम् | वर्ण | pos=n,g=m,c=6,n=p |
परिचर्या | परिचर्या | pos=n,g=f,c=1,n=s |
विधीयते | विधा | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
तेषाम् | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
शुश्रूषणात् | शुश्रूषण | pos=n,g=n,c=5,n=s |
च | च | pos=i |
एव | एव | pos=i |
महत् | महत् | pos=a,g=n,c=2,n=s |
सुखम् | सुख | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अवाप्नुयात् | अवाप् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |