Original

विप्लुते नरलोकेऽस्मिंस्ततो ब्रह्म ननाश ह ।नाशाच्च ब्रह्मणो राजन्धर्मो नाशमथागमत् ॥ २१ ॥

Segmented

विप्लुते नर-लोके अस्मिन् ततस् ब्रह्म ननाश ह नाशात् च ब्रह्मणो राजन् धर्मो नाशम् अथ अगमत्

Analysis

Word Lemma Parse
विप्लुते विप्लु pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part
नर नर pos=n,comp=y
लोके लोक pos=n,g=m,c=7,n=s
अस्मिन् इदम् pos=n,g=m,c=7,n=s
ततस् ततस् pos=i
ब्रह्म ब्रह्मन् pos=n,g=n,c=1,n=s
ननाश नश् pos=v,p=3,n=s,l=lit
pos=i
नाशात् नाश pos=n,g=m,c=5,n=s
pos=i
ब्रह्मणो ब्रह्मन् pos=n,g=n,c=6,n=s
राजन् राजन् pos=n,g=m,c=8,n=s
धर्मो धर्म pos=n,g=m,c=1,n=s
नाशम् नाश pos=n,g=m,c=2,n=s
अथ अथ pos=i
अगमत् गम् pos=v,p=3,n=s,l=lun