Original

सुसूक्ष्मा मे समुत्पन्ना बुद्धिर्धर्मार्थदर्शिनी ।अनया किं मया कार्यं तन्मे तत्त्वेन शंसत ॥ १०७ ॥

Segmented

सु सूक्ष्मा मे समुत्पन्ना बुद्धिः धर्म-अर्थ-दर्शिन् अनया किम् मया कार्यम् तत् मे तत्त्वेन शंसत

Analysis

Word Lemma Parse
सु सु pos=i
सूक्ष्मा सूक्ष्म pos=a,g=f,c=1,n=s
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
समुत्पन्ना समुत्पद् pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
बुद्धिः बुद्धि pos=n,g=f,c=1,n=s
धर्म धर्म pos=n,comp=y
अर्थ अर्थ pos=n,comp=y
दर्शिन् दर्शिन् pos=a,g=f,c=1,n=s
अनया इदम् pos=n,g=f,c=3,n=s
किम् pos=n,g=n,c=1,n=s
मया मद् pos=n,g=,c=3,n=s
कार्यम् कृ pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya
तत् तद् pos=n,g=n,c=2,n=s
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
तत्त्वेन तत्त्व pos=n,g=n,c=3,n=s
शंसत शंस् pos=v,p=2,n=p,l=lot