महाभारतम् — 12.51.17
Original
Segmented
अमुम् च लोकम् त्वयि भीष्म याते ज्ञानानि नङ्क्ष्यन्ति अखिलेन वीर अतः स्म सर्वे त्वयि संनिकर्षम् समागता धर्म-विवेचनाय
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अमुम् | अदस् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
लोकम् | लोक | pos=n,g=m,c=2,n=s |
त्वयि | त्वद् | pos=n,g=,c=7,n=s |
भीष्म | भीष्म | pos=n,g=m,c=8,n=s |
याते | या | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
ज्ञानानि | ज्ञान | pos=n,g=n,c=1,n=p |
नङ्क्ष्यन्ति | नश् | pos=v,p=3,n=p,l=lrt |
अखिलेन | अखिलेन | pos=i |
वीर | वीर | pos=n,g=m,c=8,n=s |
अतः | अतस् | pos=i |
स्म | स्म | pos=i |
सर्वे | सर्व | pos=n,g=m,c=1,n=p |
त्वयि | त्वद् | pos=n,g=,c=7,n=s |
संनिकर्षम् | संनिकर्ष | pos=n,g=m,c=2,n=s |
समागता | समागम् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
विवेचनाय | विवेचन | pos=n,g=n,c=4,n=s |