Original

कश्यपस्तु महाराज प्रतिगृह्य महीमिमाम् ।कृत्वा ब्राह्मणसंस्थां वै प्रविवेश महावनम् ॥ ६० ॥

Segmented

कश्यपः तु महा-राज प्रतिगृह्य महीम् इमाम् कृत्वा ब्राह्मण-संस्थाम् वै प्रविवेश महा-वनम्

Analysis

Word Lemma Parse
कश्यपः कश्यप pos=n,g=m,c=1,n=s
तु तु pos=i
महा महत् pos=a,comp=y
राज राज pos=n,g=m,c=8,n=s
प्रतिगृह्य प्रतिग्रह् pos=vi
महीम् मही pos=n,g=f,c=2,n=s
इमाम् इदम् pos=n,g=f,c=2,n=s
कृत्वा कृ pos=vi
ब्राह्मण ब्राह्मण pos=n,comp=y
संस्थाम् संस्था pos=n,g=f,c=2,n=s
वै वै pos=i
प्रविवेश प्रविश् pos=v,p=3,n=s,l=lit
महा महत् pos=a,comp=y
वनम् वन pos=n,g=n,c=2,n=s