महाभारतम् — 12.47.48
Original
Segmented
यो मोहयति भूतानि स्नेह-राग-अनुबन्धनैः सर्गस्य रक्षण-अर्थाय तस्मै मोह-आत्मने नमः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यो | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
मोहयति | मोहय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
भूतानि | भूत | pos=n,g=n,c=2,n=p |
स्नेह | स्नेह | pos=n,comp=y |
राग | राग | pos=n,comp=y |
अनुबन्धनैः | अनुबन्धन | pos=n,g=n,c=3,n=p |
सर्गस्य | सर्ग | pos=n,g=m,c=6,n=s |
रक्षण | रक्षण | pos=n,comp=y |
अर्थाय | अर्थ | pos=n,g=m,c=4,n=s |
तस्मै | तद् | pos=n,g=m,c=4,n=s |
मोह | मोह | pos=n,comp=y |
आत्मने | आत्मन् | pos=n,g=m,c=4,n=s |
नमः | नमस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |