महाभारतम् — 12.47.13
Original
Segmented
यस्मिन् नित्ये तते तन्तौ दृढे स्रग् इव तिष्ठति सत्-असत्-ग्रथितम् विश्वम् विश्व-अङ्गे विश्वकर्मणि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यस्मिन् | यद् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
नित्ये | नित्य | pos=a,g=m,c=7,n=s |
तते | तन् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
तन्तौ | तन्तु | pos=n,g=m,c=7,n=s |
दृढे | दृढ | pos=a,g=m,c=7,n=s |
स्रग् | स्रज् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
इव | इव | pos=i |
तिष्ठति | स्था | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
सत् | अस् | pos=va,comp=y,f=part |
असत् | असत् | pos=a,comp=y |
ग्रथितम् | ग्रन्थ् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
विश्वम् | विश्व | pos=n,g=m,c=2,n=s |
विश्व | विश्व | pos=n,comp=y |
अङ्गे | अङ्ग | pos=n,g=n,c=7,n=s |
विश्वकर्मणि | विश्वकर्मन् | pos=n,g=m,c=7,n=s |