महाभारतम् — 12.46.9
Original
Segmented
त्वद्-प्रपन्नाय भक्ताय शिरसा प्रणताय च ध्यानस्य अस्य यथातत्त्वम् ब्रूहि धर्म-भृताम् वर
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
त्वद् | त्वद् | pos=n,comp=y |
प्रपन्नाय | प्रपद् | pos=va,g=m,c=4,n=s,f=part |
भक्ताय | भक्त | pos=n,g=m,c=4,n=s |
शिरसा | शिरस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
प्रणताय | प्रणम् | pos=va,g=m,c=4,n=s,f=part |
च | च | pos=i |
ध्यानस्य | ध्यान | pos=n,g=n,c=6,n=s |
अस्य | इदम् | pos=n,g=n,c=6,n=s |
यथातत्त्वम् | यथातत्त्वम् | pos=i |
ब्रूहि | ब्रू | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
भृताम् | भृत् | pos=a,g=m,c=6,n=p |
वर | वर | pos=a,g=m,c=8,n=s |