Original

पुरोहिताय धौम्याय प्रादादयुतशः स गाः ।धनं सुवर्णं रजतं वासांसि विविधानि च ॥ ७ ॥

Segmented

पुरोहिताय धौम्याय प्रादाद् अयुतशः स गाः धनम् सुवर्णम् रजतम् वासांसि विविधानि च

Analysis

Word Lemma Parse
पुरोहिताय पुरोहित pos=n,g=m,c=4,n=s
धौम्याय धौम्य pos=n,g=m,c=4,n=s
प्रादाद् प्रदा pos=v,p=3,n=s,l=lun
अयुतशः अयुतशस् pos=i
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
गाः गो pos=n,g=,c=2,n=p
धनम् धन pos=n,g=n,c=2,n=s
सुवर्णम् सुवर्ण pos=n,g=n,c=2,n=s
रजतम् रजत pos=n,g=n,c=2,n=s
वासांसि वासस् pos=n,g=n,c=2,n=p
विविधानि विविध pos=a,g=n,c=2,n=p
pos=i