Original

विश्वकर्मन्नमस्तेऽस्तु विश्वात्मन्विश्वसंभव ।विष्णो जिष्णो हरे कृष्ण वैकुण्ठ पुरुषोत्तम ॥ ५ ॥

Segmented

विश्वकर्मन् नमः ते ऽस्तु विश्वात्मन् विश्व-सम्भवैः विष्णो जिष्णो हरे कृष्ण वैकुण्ठ पुरुषोत्तम

Analysis

Word Lemma Parse
विश्वकर्मन् विश्वकर्मन् pos=n,g=m,c=8,n=s
नमः नमस् pos=n,g=n,c=1,n=s
ते त्वद् pos=n,g=,c=4,n=s
ऽस्तु अस् pos=v,p=3,n=s,l=lot
विश्वात्मन् विश्वात्मन् pos=n,g=m,c=8,n=s
विश्व विश्व pos=n,comp=y
सम्भवैः सम्भव pos=n,g=m,c=8,n=s
विष्णो विष्णु pos=n,g=m,c=8,n=s
जिष्णो जिष्णु pos=n,g=m,c=8,n=s
हरे हरि pos=n,g=m,c=8,n=s
कृष्ण कृष्ण pos=n,g=m,c=8,n=s
वैकुण्ठ वैकुण्ठ pos=n,g=m,c=8,n=s
पुरुषोत्तम पुरुषोत्तम pos=n,g=m,c=8,n=s