महाभारतम् — 12.43.5
Original
Segmented
विश्वकर्मन् नमः ते ऽस्तु विश्वात्मन् विश्व-सम्भवैः विष्णो जिष्णो हरे कृष्ण वैकुण्ठ पुरुषोत्तम
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
विश्वकर्मन् | विश्वकर्मन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
नमः | नमस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=4,n=s |
ऽस्तु | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
विश्वात्मन् | विश्वात्मन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
विश्व | विश्व | pos=n,comp=y |
सम्भवैः | सम्भव | pos=n,g=m,c=8,n=s |
विष्णो | विष्णु | pos=n,g=m,c=8,n=s |
जिष्णो | जिष्णु | pos=n,g=m,c=8,n=s |
हरे | हरि | pos=n,g=m,c=8,n=s |
कृष्ण | कृष्ण | pos=n,g=m,c=8,n=s |
वैकुण्ठ | वैकुण्ठ | pos=n,g=m,c=8,n=s |
पुरुषोत्तम | पुरुषोत्तम | pos=n,g=m,c=8,n=s |