Original

स त्वमातिष्ठ कल्याणं मा ते भूद्ग्लानिरच्युत ।शत्रूञ्जहि प्रजा रक्ष द्विजांश्च प्रतिपालय ॥ ४९ ॥

Segmented

स त्वम् आतिष्ठ कल्याणम् मा ते भूद् ग्लानिः अच्युत शत्रूञ् जहि प्रजा रक्ष द्विजान् च प्रतिपालय

Analysis

Word Lemma Parse
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
त्वम् त्वद् pos=n,g=,c=1,n=s
आतिष्ठ आस्था pos=v,p=2,n=s,l=lot
कल्याणम् कल्याण pos=n,g=n,c=2,n=s
मा मा pos=i
ते त्वद् pos=n,g=,c=6,n=s
भूद् भू pos=v,p=3,n=s,l=lun_unaug
ग्लानिः ग्लानि pos=n,g=f,c=1,n=s
अच्युत अच्युत pos=a,g=m,c=8,n=s
शत्रूञ् शत्रु pos=n,g=m,c=2,n=p
जहि हा pos=v,p=2,n=s,l=lot
प्रजा प्रजा pos=n,g=f,c=2,n=p
रक्ष रक्ष् pos=v,p=2,n=s,l=lot
द्विजान् द्विज pos=n,g=m,c=2,n=p
pos=i
प्रतिपालय प्रतिपालय् pos=v,p=2,n=s,l=lot