महाभारतम् — 12.39.30
Original
Segmented
युधिष्ठिर उवाच प्रसीदन्तु भवन्तो मे प्रणतस्य अभियाच् प्रत्यापन्नम् व्यसनिनम् न माम् धिक् कर्तुम् अर्हथ
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
युधिष्ठिर | युधिष्ठिर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
प्रसीदन्तु | प्रसद् | pos=v,p=3,n=p,l=lot |
भवन्तो | भवत् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
प्रणतस्य | प्रणम् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
अभियाच् | अभियाच् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
प्रत्यापन्नम् | प्रत्यापद् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
व्यसनिनम् | व्यसनिन् | pos=a,g=m,c=2,n=s |
न | न | pos=i |
माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
धिक् | धिक् | pos=i |
कर्तुम् | कृ | pos=vi |
अर्हथ | अर्ह् | pos=v,p=2,n=p,l=lat |