Original

स तैः परिवृतो राजा नक्षत्रैरिव चन्द्रमाः ।धृतराष्ट्रं पुरस्कृत्य स्वपुरं प्रविवेश ह ॥ ३० ॥

Segmented

स तैः परिवृतो राजा नक्षत्रैः इव चन्द्रमाः धृतराष्ट्रम् पुरस्कृत्य स्व-पुरम् प्रविवेश ह

Analysis

Word Lemma Parse
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
तैः तद् pos=n,g=m,c=3,n=p
परिवृतो परिवृ pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
राजा राजन् pos=n,g=m,c=1,n=s
नक्षत्रैः नक्षत्र pos=n,g=n,c=3,n=p
इव इव pos=i
चन्द्रमाः चन्द्रमस् pos=n,g=m,c=1,n=s
धृतराष्ट्रम् धृतराष्ट्र pos=n,g=m,c=2,n=s
पुरस्कृत्य पुरस्कृ pos=vi
स्व स्व pos=a,comp=y
पुरम् पुर pos=n,g=n,c=2,n=s
प्रविवेश प्रविश् pos=v,p=3,n=s,l=lit
pos=i