महाभारतम् — 12.38.15
Original
Segmented
यस्य ब्रह्मर्षयः पुण्या नित्यम् आसन् सभासदः यस्य न अविदितम् किंचिद् ज्ञान-ज्ञा विद्यते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यस्य | यद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
ब्रह्मर्षयः | ब्रह्मर्षि | pos=n,g=m,c=1,n=p |
पुण्या | पुण्य | pos=a,g=m,c=1,n=p |
नित्यम् | नित्यम् | pos=i |
आसन् | अस् | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
सभासदः | सभासद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
यस्य | यद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
न | न | pos=i |
अविदितम् | अविदित | pos=a,g=n,c=1,n=s |
किंचिद् | कश्चित् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
ज्ञान | ज्ञान | pos=n,comp=y |
ज्ञा | ज्ञा | pos=va,g=n,c=7,n=p,f=krtya |
विद्यते | विद् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |