महाभारतम् — 12.36.9
Original
Segmented
कपिलानाम् सहस्राणि यो दद्यात् पञ्चविंशतिम् दोग्ध्रीणाम् स च पापेभ्यः सर्वेभ्यो विप्रमुच्यते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
कपिलानाम् | कपिला | pos=n,g=f,c=6,n=p |
सहस्राणि | सहस्र | pos=n,g=n,c=2,n=p |
यो | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
दद्यात् | दा | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
पञ्चविंशतिम् | पञ्चविंशति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
दोग्ध्रीणाम् | दोग्ध्री | pos=n,g=f,c=6,n=p |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
पापेभ्यः | पाप | pos=n,g=n,c=5,n=p |
सर्वेभ्यो | सर्व | pos=n,g=n,c=5,n=p |
विप्रमुच्यते | विप्रमुच् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |