महाभारतम् — 12.36.26
Original
Segmented
भजने ह्य् ऋतुना शुद्धम् चातुर्मास्यम् विधीयते स्त्रियः तेन विशुध्यन्ति इति धर्म-विदः विदुः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
भजने | भजन | pos=n,g=n,c=7,n=s |
ह्य् | हि | pos=i |
ऋतुना | ऋतु | pos=n,g=m,c=3,n=s |
शुद्धम् | शुध् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
चातुर्मास्यम् | चातुर्मास्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
विधीयते | विधा | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
स्त्रियः | स्त्री | pos=n,g=f,c=1,n=p |
तेन | तेन | pos=i |
विशुध्यन्ति | विशुध् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
इति | इति | pos=i |
धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
विदः | विद् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
विदुः | विद् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |