महाभारतम् — 12.350.1
Original
Segmented
ब्राह्मण उवाच विवस्वतो गच्छति पर्ययेण वोढुम् भवान् तम् रथम् एक-चक्रम् आश्चर्य-भूतम् यदि तत्र किंचिद् दृष्टम् त्वया शंसितुम् अर्हसि त्वम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ब्राह्मण | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
विवस्वतो | विवस्वन्त् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
गच्छति | गम् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
पर्ययेण | पर्यय | pos=n,g=m,c=3,n=s |
वोढुम् | वह् | pos=vi |
भवान् | भवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
रथम् | रथ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
एक | एक | pos=n,comp=y |
चक्रम् | चक्र | pos=n,g=m,c=2,n=s |
आश्चर्य | आश्चर्य | pos=n,comp=y |
भूतम् | भू | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
यदि | यदि | pos=i |
तत्र | तत्र | pos=i |
किंचिद् | कश्चित् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
दृष्टम् | दृश् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
शंसितुम् | शंस् | pos=vi |
अर्हसि | अर्ह् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |