महाभारतम् — 12.345.6
Original
Segmented
ब्राह्मण उवाच विश्रान्तो अभ्यर्चितः च अस्मि भवत्या श्लक्ष्णया गिरा द्रष्टुम् इच्छामि भवति तम् देवम् नागम् उत्तमम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ब्राह्मण | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
विश्रान्तो | विश्रम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
अभ्यर्चितः | अभ्यर्च् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
च | च | pos=i |
अस्मि | अस् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
भवत्या | भवत् | pos=a,g=f,c=3,n=s |
श्लक्ष्णया | श्लक्ष्ण | pos=a,g=f,c=3,n=s |
गिरा | गिर् | pos=n,g=f,c=3,n=s |
द्रष्टुम् | दृश् | pos=vi |
इच्छामि | इष् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
भवति | भवत् | pos=a,g=f,c=8,n=s |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
देवम् | देव | pos=n,g=m,c=2,n=s |
नागम् | नाग | pos=n,g=m,c=2,n=s |
उत्तमम् | उत्तम | pos=a,g=m,c=2,n=s |