महाभारतम् — 12.34.17
Original
Segmented
शालावृका इति ख्याताः त्रिषु लोकेषु भारत अष्टाशीति-सहस्राणि ते च अपि विबुधैः हताः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
शालावृका | शालावृक | pos=n,g=m,c=1,n=p |
इति | इति | pos=i |
ख्याताः | ख्या | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
त्रिषु | त्रि | pos=n,g=m,c=7,n=p |
लोकेषु | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=p |
भारत | भारत | pos=n,g=m,c=8,n=s |
अष्टाशीति | अष्टाशीति | pos=n,comp=y |
सहस्राणि | सहस्र | pos=n,g=n,c=1,n=p |
ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
च | च | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
विबुधैः | विबुध | pos=n,g=m,c=3,n=p |
हताः | हन् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |