महाभारतम् — 12.337.69
Original
Segmented
शुभ-अशुभम् कर्म समीरितम् यत् प्रवर्तते सर्व-लोकेषु किंचित् तस्माद् ऋषेः तत् भवति इति विद्याद् दिवि अन्तरिक्षे भुवि च अप्सु च अपि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
शुभ | शुभ | pos=a,comp=y |
अशुभम् | अशुभ | pos=a,g=n,c=1,n=s |
कर्म | कर्मन् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
समीरितम् | समीरय् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
यत् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
प्रवर्तते | प्रवृत् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
लोकेषु | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=p |
किंचित् | कश्चित् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
तस्माद् | तद् | pos=n,g=m,c=5,n=s |
ऋषेः | ऋषि | pos=n,g=m,c=5,n=s |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
भवति | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
इति | इति | pos=i |
विद्याद् | विद् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
दिवि | दिव् | pos=n,g=,c=7,n=s |
अन्तरिक्षे | अन्तरिक्ष | pos=n,g=n,c=7,n=s |
भुवि | भू | pos=n,g=f,c=7,n=s |
च | च | pos=i |
अप्सु | अप् | pos=n,g=m,c=7,n=p |
च | च | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |