महाभारतम् — 12.335.86
Original
Segmented
ये केचित् सर्व-लोकेषु दैवम् पित्र्यम् च कुर्वते दानानि च प्रयच्छन्ति तप्यन्ति च तपो महत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ये | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
केचित् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
लोकेषु | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=p |
दैवम् | दैव | pos=n,g=n,c=2,n=s |
पित्र्यम् | पित्र्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
कुर्वते | कृ | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
दानानि | दान | pos=n,g=n,c=2,n=p |
च | च | pos=i |
प्रयच्छन्ति | प्रयम् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
तप्यन्ति | तप् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
च | च | pos=i |
तपो | तपस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
महत् | महत् | pos=a,g=n,c=2,n=s |