महाभारतम् — 12.335.70
Original
Segmented
यो हि एतत् ब्राह्मणो नित्यम् शृणुयाद् धारयेत वा न तस्य अध्ययनम् नाशम् उपगच्छेत् कदाचन
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यो | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
हि | हि | pos=i |
एतत् | एतद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
ब्राह्मणो | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
नित्यम् | नित्यम् | pos=i |
शृणुयाद् | श्रु | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
धारयेत | धारय् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
वा | वा | pos=i |
न | न | pos=i |
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
अध्ययनम् | अध्ययन | pos=n,g=n,c=1,n=s |
नाशम् | नाश | pos=n,g=m,c=2,n=s |
उपगच्छेत् | उपगम् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
कदाचन | कदाचन | pos=i |