महाभारतम् — 12.335.55
Original
Segmented
अथ किंचिद् अ पश्यन्तौ दानवौ मधु-कैटभौ पुनः आजग्मतुः तत्र वेगितौ पश्यताम् च तौ यत्र वेदा विनिक्षिप्ताः तत् स्थानम् शून्यम् एव च
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अथ | अथ | pos=i |
किंचिद् | कश्चित् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अ | अ | pos=i |
पश्यन्तौ | पश् | pos=va,g=m,c=1,n=d,f=part |
दानवौ | दानव | pos=n,g=m,c=1,n=d |
मधु | मधु | pos=n,comp=y |
कैटभौ | कैटभ | pos=n,g=m,c=1,n=d |
पुनः | पुनर् | pos=i |
आजग्मतुः | आगम् | pos=v,p=3,n=d,l=lit |
तत्र | तत्र | pos=i |
वेगितौ | वेगित | pos=a,g=m,c=1,n=d |
पश्यताम् | पश् | pos=v,p=3,n=d,l=lan_unaug |
च | च | pos=i |
तौ | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=d |
यत्र | यत्र | pos=i |
वेदा | वेद | pos=n,g=m,c=1,n=p |
विनिक्षिप्ताः | विनिक्षिप् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
स्थानम् | स्थान | pos=n,g=n,c=1,n=s |
शून्यम् | शून्य | pos=a,g=n,c=1,n=s |
एव | एव | pos=i |
च | च | pos=i |