Original

ईश्वरो हि जगत्स्रष्टा प्रभुर्नारायणो विराट् ।भूतान्तरात्मा वरदः सगुणो निर्गुणोऽपि च ।भूतप्रलयमव्यक्तं शृणुष्व नृपसत्तम ॥ ११ ॥

Segmented

ईश्वरो हि जगत्-स्रष्टा प्रभुः नारायणो विराट् भूत-अन्तरात्मा वर-दः स गुणः निर्गुणो ऽपि च भूत-प्रलयम् अव्यक्तम् शृणुष्व नृप-सत्तम

Analysis

Word Lemma Parse
ईश्वरो ईश्वर pos=n,g=m,c=1,n=s
हि हि pos=i
जगत् जगन्त् pos=n,comp=y
स्रष्टा स्रष्टृ pos=n,g=m,c=1,n=s
प्रभुः प्रभु pos=a,g=m,c=1,n=s
नारायणो नारायण pos=n,g=m,c=1,n=s
विराट् विराज् pos=n,g=m,c=1,n=s
भूत भूत pos=n,comp=y
अन्तरात्मा अन्तरात्मन् pos=n,g=m,c=1,n=s
वर वर pos=n,comp=y
दः pos=a,g=m,c=1,n=s
pos=i
गुणः गुण pos=n,g=m,c=1,n=s
निर्गुणो निर्गुण pos=a,g=m,c=1,n=s
ऽपि अपि pos=i
pos=i
भूत भूत pos=n,comp=y
प्रलयम् प्रलय pos=n,g=m,c=2,n=s
अव्यक्तम् अव्यक्त pos=n,g=n,c=2,n=s
शृणुष्व श्रु pos=v,p=2,n=s,l=lot
नृप नृप pos=n,comp=y
सत्तम सत्तम pos=a,g=m,c=8,n=s