महाभारतम् — 12.332.17
Original
Segmented
ततस् त्रैगुण्य-हीनाः ते परम-आत्मानम् अञ्जसा प्रविशन्ति द्विजश्रेष्ठ क्षेत्रज्ञम् निर्गुण-आत्मकम् सर्व-आवासम् वासुदेवम् क्षेत्रज्ञम् विद्धि तत्त्वतः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ततस् | ततस् | pos=i |
त्रैगुण्य | त्रैगुण्य | pos=n,comp=y |
हीनाः | हा | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
परम | परम | pos=a,comp=y |
आत्मानम् | आत्मन् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अञ्जसा | अञ्जसा | pos=i |
प्रविशन्ति | प्रविश् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
द्विजश्रेष्ठ | द्विजश्रेष्ठ | pos=n,g=m,c=8,n=s |
क्षेत्रज्ञम् | क्षेत्रज्ञ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
निर्गुण | निर्गुण | pos=a,comp=y |
आत्मकम् | आत्मक | pos=a,g=m,c=2,n=s |
सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
आवासम् | आवास | pos=n,g=m,c=2,n=s |
वासुदेवम् | वासुदेव | pos=n,g=m,c=2,n=s |
क्षेत्रज्ञम् | क्षेत्रज्ञ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
विद्धि | विद् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
तत्त्वतः | तत्त्व | pos=n,g=n,c=5,n=s |