महाभारतम् — 12.331.1
Original
Segmented
जनमेजय उवाच ब्रह्मन् सु महत् आख्यानम् भवता परिकीर्तितम् यत् श्रुत्वा मुनयः सर्वे विस्मयम् परमम् गताः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
जनमेजय | जनमेजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
ब्रह्मन् | ब्रह्मन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
सु | सु | pos=i |
महत् | महत् | pos=a,g=n,c=1,n=s |
आख्यानम् | आख्यान | pos=n,g=n,c=1,n=s |
भवता | भवत् | pos=a,g=m,c=3,n=s |
परिकीर्तितम् | परिकीर्तय् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
यत् | यद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
मुनयः | मुनि | pos=n,g=m,c=1,n=p |
सर्वे | सर्व | pos=n,g=m,c=1,n=p |
विस्मयम् | विस्मय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
परमम् | परम | pos=a,g=m,c=2,n=s |
गताः | गम् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |