महाभारतम् — 12.330.7
Original
Segmented
यास्को माम् ऋषिः अव्यग्रो न एक-यज्ञेषु गीतवान् शिपिविष्ट इति हि अस्मात् गुह्य-नाम-धरः हि अहम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यास्को | यास्क | pos=n,g=m,c=1,n=s |
माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
ऋषिः | ऋषि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
अव्यग्रो | अव्यग्र | pos=a,g=m,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
एक | एक | pos=n,comp=y |
यज्ञेषु | यज्ञ | pos=n,g=m,c=7,n=p |
गीतवान् | गा | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
शिपिविष्ट | शिपिविष्ट | pos=a,g=m,c=1,n=s |
इति | इति | pos=i |
हि | हि | pos=i |
अस्मात् | इदम् | pos=n,g=m,c=5,n=s |
गुह्य | गुह्य | pos=a,comp=y |
नाम | नामन् | pos=n,comp=y |
धरः | धर | pos=a,g=m,c=1,n=s |
हि | हि | pos=i |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |