महाभारतम् — 12.330.32
Original
Segmented
एकविंशति-शाखम् च ऋग्वेदम् माम् प्रचक्षते सहस्र-शाखम् यत् साम ये वै वेद-विदः जनाः गायन्ति आरण्यके विप्रा मद्-भक्ताः ते ऽपि दुर्लभाः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
एकविंशति | एकविंशति | pos=n,comp=y |
शाखम् | शाखा | pos=n,g=m,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
ऋग्वेदम् | ऋग्वेद | pos=n,g=m,c=2,n=s |
माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
प्रचक्षते | प्रचक्ष् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
सहस्र | सहस्र | pos=n,comp=y |
शाखम् | शाखा | pos=n,g=n,c=1,n=s |
यत् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
साम | सामन् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
ये | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
वै | वै | pos=i |
वेद | वेद | pos=n,comp=y |
विदः | विद् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
जनाः | जन | pos=n,g=m,c=1,n=p |
गायन्ति | गा | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
आरण्यके | आरण्यक | pos=n,g=n,c=7,n=s |
विप्रा | विप्र | pos=n,g=m,c=1,n=p |
मद् | मद् | pos=n,comp=y |
भक्ताः | भक्त | pos=n,g=m,c=1,n=p |
ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
ऽपि | अपि | pos=i |
दुर्लभाः | दुर्लभ | pos=a,g=m,c=1,n=p |