महाभारतम् — 12.329.6
Original
Segmented
मन्त्र-वादः ऽपि हि भवति त्वम् अग्ने यज्ञानाम् होता विश्वेषाम् हितो देवेभिः मानुषे जने निदर्शनम् च अत्र भवति विश्वेषाम् अग्ने यज्ञानाम् होता इति हितो देवैः मानुषैः जगत इति अग्निः हि यज्ञानाम् होता कर्ता स च अग्निः ब्रह्म
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
मन्त्र | मन्त्र | pos=n,comp=y |
वादः | वाद | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽपि | अपि | pos=i |
हि | हि | pos=i |
भवति | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
अग्ने | अग्नि | pos=n,g=m,c=8,n=s |
यज्ञानाम् | यज्ञ | pos=n,g=m,c=6,n=p |
होता | होतृ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
विश्वेषाम् | विश्व | pos=n,g=m,c=6,n=p |
हितो | धा | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
देवेभिः | मानुष | pos=a,g=m,c=7,n=s |
मानुषे | जन | pos=n,g=m,c=7,n=s |
जने | इति | pos=i |
निदर्शनम् | निदर्शन | pos=n,g=n,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
अत्र | अत्र | pos=i |
भवति | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
विश्वेषाम् | विश्व | pos=n,g=m,c=6,n=p |
अग्ने | अग्नि | pos=n,g=m,c=8,n=s |
यज्ञानाम् | यज्ञ | pos=n,g=m,c=6,n=p |
होता | होतृ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
इति | इति | pos=i |
हितो | धा | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
देवैः | देव | pos=n,g=m,c=3,n=p |
मानुषैः | मानुष | pos=n,g=m,c=3,n=p |
जगत | जगन्त् | pos=n,g=n,c=6,n=s |
इति | इति | pos=i |
अग्निः | अग्नि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
हि | हि | pos=i |
यज्ञानाम् | यज्ञ | pos=n,g=m,c=6,n=p |
होता | होतृ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
कर्ता | कर्तृ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
अग्निः | अग्नि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ब्रह्म | ब्रह्मन् | pos=n,g=n,c=1,n=s |