महाभारतम् — 12.329.39
Original
Segmented
अथ अनिन्द्रम् पुनः त्रैलोक्यम् अभवत् ततो देवा ऋषयः च भगवन्तम् विष्णुम् शरणम् इन्द्र-अर्थे ऽभिजग्मुः ऊचुः च एनम् भगवन्न् इन्द्रम् ब्रह्म-वध्या-अभिभूतम् त्रातुम् अर्हसि इति ततः स वर-दः तान् अब्रवीद् अश्वमेधम् यज्ञम् वैष्णवम् शक्रो ऽभियजतु ततः स्वम् स्थानम् प्राप्स्यति इति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अथ | अथ | pos=i |
अनिन्द्रम् | अनिन्द्र | pos=a,g=n,c=1,n=s |
पुनः | पुनर् | pos=i |
त्रैलोक्यम् | त्रैलोक्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
अभवत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
ततो | ततस् | pos=i |
देवा | देव | pos=n,g=m,c=1,n=p |
ऋषयः | ऋषि | pos=n,g=m,c=1,n=p |
च | च | pos=i |
भगवन्तम् | भगवन्त् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
विष्णुम् | विष्णु | pos=n,g=m,c=2,n=s |
शरणम् | शरण | pos=n,g=n,c=2,n=s |
इन्द्र | इन्द्र | pos=n,comp=y |
अर्थे | अर्थ | pos=n,g=m,c=7,n=s |
ऽभिजग्मुः | अभिगम् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
ऊचुः | वच् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
च | च | pos=i |
एनम् | एनद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
भगवन्न् | भगवन्त् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
इन्द्रम् | इन्द्र | pos=n,g=m,c=2,n=s |
ब्रह्म | ब्रह्मन् | pos=n,comp=y |
वध्या | वध्या | pos=n,comp=y |
अभिभूतम् | अभिभू | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
त्रातुम् | त्रा | pos=vi |
अर्हसि | अर्ह् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
इति | इति | pos=i |
ततः | ततस् | pos=i |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
वर | वर | pos=n,comp=y |
दः | द | pos=a,g=m,c=1,n=s |
तान् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
अब्रवीद् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
अश्वमेधम् | अश्वमेध | pos=n,g=m,c=2,n=s |
यज्ञम् | यज्ञ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
वैष्णवम् | वैष्णव | pos=a,g=m,c=2,n=s |
शक्रो | शक्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽभियजतु | अभियज् | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
ततः | ततस् | pos=i |
स्वम् | स्व | pos=a,g=n,c=2,n=s |
स्थानम् | स्थान | pos=n,g=n,c=2,n=s |
प्राप्स्यति | प्राप् | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
इति | इति | pos=i |