महाभारतम् — 12.329.38
Original
Segmented
अथ मैत्रावरुणिः कुम्भयोनिः अगस्त्यो महा-ऋषीन् विकृ तान् नहुषेन अपश्यत् पद्भ्याम् च तेन अस्पृश्यत ततः स नहुषम् अब्रवीद् अकार्य-प्रवृत्तैः पाप पतस्व महीम् सर्पो भव यावद् भूमिः गिरयः च तिष्ठेयुः तावत् इति स महा-ऋषि-वाक्य-सम-कालम् एव तस्माद् यानाद् अवापतत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अथ | अथ | pos=i |
मैत्रावरुणिः | मैत्रावरुणि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
कुम्भयोनिः | कुम्भयोनि | pos=n,g=f,c=1,n=s |
अगस्त्यो | अगस्त्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
ऋषीन् | ऋषि | pos=n,g=m,c=2,n=p |
विकृ | विकृ | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
तान् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
नहुषेन | नहुष | pos=n,g=m,c=3,n=s |
अपश्यत् | पश् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
पद्भ्याम् | पद् | pos=n,g=m,c=3,n=d |
च | च | pos=i |
तेन | तद् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
अस्पृश्यत | स्पृश् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
ततः | ततस् | pos=i |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
नहुषम् | नहुष | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अब्रवीद् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
अकार्य | अकार्य | pos=n,comp=y |
प्रवृत्तैः | प्रवृत् | pos=va,g=m,c=8,n=s,f=part |
पाप | पाप | pos=a,g=m,c=8,n=s |
पतस्व | पत् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
महीम् | मही | pos=n,g=f,c=2,n=s |
सर्पो | सर्प | pos=n,g=m,c=1,n=s |
भव | भू | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
यावद् | यावत् | pos=i |
भूमिः | भूमि | pos=n,g=f,c=1,n=s |
गिरयः | गिरि | pos=n,g=m,c=1,n=p |
च | च | pos=i |
तिष्ठेयुः | स्था | pos=v,p=3,n=p,l=vidhilin |
तावत् | तावत् | pos=i |
इति | इति | pos=i |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
ऋषि | ऋषि | pos=n,comp=y |
वाक्य | वाक्य | pos=n,comp=y |
सम | सम | pos=n,comp=y |
कालम् | काल | pos=n,g=m,c=2,n=s |
एव | एव | pos=i |
तस्माद् | तद् | pos=n,g=n,c=5,n=s |
यानाद् | यान | pos=n,g=n,c=5,n=s |
अवापतत् | अवपत् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |