महाभारतम् — 12.329.33
Original
Segmented
अथ शची दुःख-शोक-आर्ता भर्तृ-दर्शन-लालसा नहुष-भय-गृहीता बृहस्पतिम् उपागच्छत् स च ताम् अभिगताम् दृष्ट्वा एव ध्यानम् प्रविश्य भर्तृ-कार्य-तत्पराम् ज्ञात्वा बृहस्पतिः उवाच अनेन एव व्रतेन तपसा च अन्विता देवीम् वर-दाम् उपश्रुतिम् आह्वय सा ते इन्द्रम् दर्शयिष्यति इति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अथ | अथ | pos=i |
शची | शची | pos=n,g=f,c=1,n=s |
दुःख | दुःख | pos=n,comp=y |
शोक | शोक | pos=n,comp=y |
आर्ता | आर्त | pos=a,g=f,c=1,n=s |
भर्तृ | भर्तृ | pos=n,comp=y |
दर्शन | दर्शन | pos=n,comp=y |
लालसा | लालस | pos=a,g=f,c=1,n=s |
नहुष | नहुष | pos=n,comp=y |
भय | भय | pos=n,comp=y |
गृहीता | ग्रह् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
बृहस्पतिम् | बृहस्पति | pos=n,g=m,c=2,n=s |
उपागच्छत् | उपगम् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
ताम् | तद् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
अभिगताम् | अभिगम् | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
एव | एव | pos=i |
ध्यानम् | ध्यान | pos=n,g=n,c=2,n=s |
प्रविश्य | प्रविश् | pos=vi |
भर्तृ | भर्तृ | pos=n,comp=y |
कार्य | कार्य | pos=n,comp=y |
तत्पराम् | तत्पर | pos=a,g=f,c=2,n=s |
ज्ञात्वा | ज्ञा | pos=vi |
बृहस्पतिः | बृहस्पति | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
अनेन | इदम् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
एव | एव | pos=i |
व्रतेन | व्रत | pos=n,g=n,c=3,n=s |
तपसा | तपस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
च | च | pos=i |
अन्विता | अन्वित | pos=a,g=f,c=1,n=s |
देवीम् | देवी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
वर | वर | pos=n,comp=y |
दाम् | द | pos=a,g=f,c=2,n=s |
उपश्रुतिम् | उपश्रुति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
आह्वय | आह्वा | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
सा | तद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
इन्द्रम् | इन्द्र | pos=n,g=m,c=2,n=s |
दर्शयिष्यति | दर्शय् | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
इति | इति | pos=i |