Original

रुद्रो नारायणश्चैव सत्त्वमेकं द्विधाकृतम् ।लोके चरति कौन्तेय व्यक्तिस्थं सर्वकर्मसु ॥ २४ ॥

Segmented

रुद्रो नारायणः च एव सत्त्वम् एकम् द्विधा कृतम् लोके चरति कौन्तेय व्यक्ति-स्थम् सर्व-कर्मसु

Analysis

Word Lemma Parse
रुद्रो रुद्र pos=n,g=m,c=1,n=s
नारायणः नारायण pos=n,g=m,c=1,n=s
pos=i
एव एव pos=i
सत्त्वम् सत्त्व pos=n,g=n,c=1,n=s
एकम् एक pos=n,g=n,c=1,n=s
द्विधा द्विधा pos=i
कृतम् कृ pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
लोके लोक pos=n,g=m,c=7,n=s
चरति चर् pos=v,p=3,n=s,l=lat
कौन्तेय कौन्तेय pos=n,g=m,c=8,n=s
व्यक्ति व्यक्ति pos=n,comp=y
स्थम् स्थ pos=a,g=n,c=1,n=s
सर्व सर्व pos=n,comp=y
कर्मसु कर्मन् pos=n,g=n,c=7,n=p