महाभारतम् — 12.327.6
Original
Segmented
ये च मुक्ता भवन्ति इह पुण्य-पाप-विवर्जिताः ते सहस्र-अर्चिस् देवम् प्रविशन्ति इति शुश्रुमः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ये | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
च | च | pos=i |
मुक्ता | मुच् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
भवन्ति | भू | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
इह | इह | pos=i |
पुण्य | पुण्य | pos=n,comp=y |
पाप | पाप | pos=n,comp=y |
विवर्जिताः | विवर्जय् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
सहस्र | सहस्र | pos=n,comp=y |
अर्चिस् | अर्चिस् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
देवम् | देव | pos=n,g=m,c=2,n=s |
प्रविशन्ति | प्रविश् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
इति | इति | pos=i |
शुश्रुमः | श्रु | pos=v,p=1,n=p,l=lit |