महाभारतम् — 12.326.92
Original
Segmented
कृत्वा भार-अवतरणम् वसुधाया यथा ईप्सितम् सर्व-सात्वत-मुख्यानाम् द्वारकायाः च सत्तम करिष्ये प्रलयम् घोरम् आत्म-ज्ञाति-विनाशनम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
कृत्वा | कृ | pos=vi |
भार | भार | pos=n,comp=y |
अवतरणम् | अवतरण | pos=n,g=n,c=2,n=s |
वसुधाया | वसुधा | pos=n,g=f,c=6,n=s |
यथा | यथा | pos=i |
ईप्सितम् | ईप्सय् | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
सात्वत | सात्वत | pos=n,comp=y |
मुख्यानाम् | मुख्य | pos=a,g=m,c=6,n=p |
द्वारकायाः | द्वारका | pos=n,g=f,c=6,n=s |
च | च | pos=i |
सत्तम | सत्तम | pos=a,g=m,c=8,n=s |
करिष्ये | कृ | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
प्रलयम् | प्रलय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
घोरम् | घोर | pos=a,g=m,c=2,n=s |
आत्म | आत्मन् | pos=n,comp=y |
ज्ञाति | ज्ञाति | pos=n,comp=y |
विनाशनम् | विनाशन | pos=a,g=m,c=2,n=s |