Original

यथा सूर्यस्य गगनादुदयास्तमयाविह ।नष्टौ पुनर्बलात्काल आनयत्यमितद्युतिः ।तथा बलादहं पृथ्वीं सर्वभूतहिताय वै ॥ ७१ ॥

Segmented

यथा सूर्यस्य गगनाद् उदय-अस्तमयौ इह नष्टौ पुनः बलात् काल आनयति अमित-द्युतिः तथा बलाद् अहम् पृथ्वीम् सर्व-भूत-हिताय वै

Analysis

Word Lemma Parse
यथा यथा pos=i
सूर्यस्य सूर्य pos=n,g=m,c=6,n=s
गगनाद् गगन pos=n,g=n,c=5,n=s
उदय उदय pos=n,comp=y
अस्तमयौ अस्तमय pos=n,g=m,c=1,n=d
इह इह pos=i
नष्टौ नश् pos=va,g=m,c=1,n=d,f=part
पुनः पुनर् pos=i
बलात् बल pos=n,g=n,c=5,n=s
काल काल pos=n,g=m,c=1,n=s
आनयति आनी pos=v,p=3,n=s,l=lat
अमित अमित pos=a,comp=y
द्युतिः द्युति pos=n,g=m,c=1,n=s
तथा तथा pos=i
बलाद् बल pos=n,g=n,c=5,n=s
अहम् मद् pos=n,g=,c=1,n=s
पृथ्वीम् पृथ्वी pos=n,g=f,c=2,n=s
सर्व सर्व pos=n,comp=y
भूत भूत pos=n,comp=y
हिताय हित pos=n,g=n,c=4,n=s
वै वै pos=i