महाभारतम् — 12.326.66
Original
Segmented
एषो ऽहम् व्यक्तिम् आगम्य तिष्ठामि दिवि शाश्वतः ततो युग-सहस्र-अन्ते संहरिष्ये जगत् पुनः कृत्वा आत्म-स्थानि भूतानि स्थावराणि चराणि च
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
एषो | एतद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
व्यक्तिम् | व्यक्ति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
आगम्य | आगम् | pos=vi |
तिष्ठामि | स्था | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
दिवि | दिव् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
शाश्वतः | शाश्वत | pos=a,g=m,c=1,n=s |
ततो | ततस् | pos=i |
युग | युग | pos=n,comp=y |
सहस्र | सहस्र | pos=n,comp=y |
अन्ते | अन्त | pos=n,g=m,c=7,n=s |
संहरिष्ये | संहृ | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
जगत् | जगन्त् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
पुनः | पुनर् | pos=i |
कृत्वा | कृ | pos=vi |
आत्म | आत्मन् | pos=n,comp=y |
स्थानि | स्थ | pos=a,g=n,c=2,n=p |
भूतानि | भूत | pos=n,g=n,c=2,n=p |
स्थावराणि | स्थावर | pos=a,g=n,c=2,n=p |
चराणि | चर | pos=a,g=n,c=2,n=p |
च | च | pos=i |