महाभारतम् — 12.326.121
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच श्रुत्वा एतत् आख्यान-वरम् धर्मराड् जनमेजय भ्रातरः च अस्य ते सर्वे नारायण-परे अभवन्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
एतत् | एतद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
आख्यान | आख्यान | pos=n,comp=y |
वरम् | वर | pos=a,g=n,c=2,n=s |
धर्मराड् | धर्मराज् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
जनमेजय | जनमेजय | pos=n,g=m,c=8,n=s |
भ्रातरः | भ्रातृ | pos=n,g=m,c=1,n=p |
च | च | pos=i |
अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
सर्वे | सर्व | pos=n,g=m,c=1,n=p |
नारायण | नारायण | pos=n,comp=y |
परे | पर | pos=n,g=m,c=1,n=p |
अभवन् | भू | pos=v,p=3,n=p,l=lan |