महाभारतम् — 12.326.102
Original
Segmented
युधिष्ठिर उवाच एतद् आश्चर्य-भूतम् हि माहात्म्यम् तस्य धीमतः किम् ब्रह्मा न विजानीते यतः शुश्राव नारदात्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
युधिष्ठिर | युधिष्ठिर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
एतद् | एतद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
आश्चर्य | आश्चर्य | pos=n,comp=y |
भूतम् | भू | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
हि | हि | pos=i |
माहात्म्यम् | माहात्म्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
धीमतः | धीमत् | pos=a,g=m,c=6,n=s |
किम् | किम् | pos=i |
ब्रह्मा | ब्रह्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
विजानीते | विज्ञा | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
यतः | यतस् | pos=i |
शुश्राव | श्रु | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
नारदात् | नारद | pos=n,g=m,c=5,n=s |