Original

नारायणमुखोद्गीतं नारदोऽश्रावयत्पुनः ।ब्रह्मणः सदने तात यथा दृष्टं यथा श्रुतम् ॥ १०१ ॥

Segmented

नारायण-मुख-उद्गीतम् नारदो ऽश्रावयत् पुनः ब्रह्मणः सदने तात यथा दृष्टम् यथा श्रुतम्

Analysis

Word Lemma Parse
नारायण नारायण pos=n,comp=y
मुख मुख pos=n,comp=y
उद्गीतम् उद्गा pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part
नारदो नारद pos=n,g=m,c=1,n=s
ऽश्रावयत् श्रावय् pos=v,p=3,n=s,l=lan
पुनः पुनर् pos=i
ब्रह्मणः ब्रह्मन् pos=n,g=m,c=6,n=s
सदने सदन pos=n,g=n,c=7,n=s
तात तात pos=n,g=m,c=8,n=s
यथा यथा pos=i
दृष्टम् दृश् pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
यथा यथा pos=i
श्रुतम् श्रु pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part