महाभारतम् — 12.324.37
Original
Segmented
एवम् तेन अपि कौन्तेय वाच्-दोषतः देवता-आज्ञया प्राप्ता गतिः अ यज्वन्-अर्हा द्विज-शापात् महात्मना
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
एवम् | एवम् | pos=i |
तेन | तद् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
अपि | अपि | pos=i |
कौन्तेय | कौन्तेय | pos=n,g=m,c=8,n=s |
वाच् | वाच् | pos=n,comp=y |
दोषतः | दोष | pos=n,g=m,c=5,n=s |
देवता | देवता | pos=n,comp=y |
आज्ञया | आज्ञा | pos=n,g=f,c=3,n=s |
प्राप्ता | प्राप् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
गतिः | गति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
अ | अ | pos=i |
यज्वन् | यज्वन् | pos=n,comp=y |
अर्हा | अर्ह | pos=a,g=f,c=1,n=s |
द्विज | द्विज | pos=n,comp=y |
शापात् | शाप | pos=n,g=m,c=5,n=s |
महात्मना | महात्मन् | pos=a,g=m,c=3,n=s |