महाभारतम् — 12.324.24
Original
Segmented
प्राप्स्यसे मद्-अनुध्यानात् मा च त्वाम् ग्लानिः आस्पृशेत् न क्षुध्-पिपासे राज-इन्द्र भूमेः छिद्रे भविष्यतः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
प्राप्स्यसे | प्राप् | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |
मद् | मद् | pos=n,comp=y |
अनुध्यानात् | अनुध्यान | pos=n,g=n,c=5,n=s |
मा | मा | pos=i |
च | च | pos=i |
त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
ग्लानिः | ग्लानि | pos=n,g=f,c=1,n=s |
आस्पृशेत् | आस्पृश् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
न | न | pos=i |
क्षुध् | क्षुध् | pos=n,comp=y |
पिपासे | पिपासा | pos=n,g=f,c=1,n=d |
राज | राजन् | pos=n,comp=y |
इन्द्र | इन्द्र | pos=n,g=m,c=8,n=s |
भूमेः | भूमि | pos=n,g=f,c=6,n=s |
छिद्रे | छिद्र | pos=n,g=n,c=1,n=d |
भविष्यतः | भू | pos=v,p=3,n=d,l=lrt |