महाभारतम् — 12.324.23
Original
Segmented
यावत् त्वम् शाप-दोषेण कालम् आसिष्यसे ऽनघ भूमेः विवर-गः भूत्वा तावन्तम् कालम् आप्स्यसि यज्ञेषु सु हुताम् विप्रैः वसोः धाराम् महात्मभिः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यावत् | यावत् | pos=i |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
शाप | शाप | pos=n,comp=y |
दोषेण | दोष | pos=n,g=m,c=3,n=s |
कालम् | काल | pos=n,g=m,c=2,n=s |
आसिष्यसे | आस् | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |
ऽनघ | अनघ | pos=a,g=m,c=8,n=s |
भूमेः | भूमि | pos=n,g=f,c=6,n=s |
विवर | विवर | pos=n,comp=y |
गः | ग | pos=a,g=m,c=1,n=s |
भूत्वा | भू | pos=vi |
तावन्तम् | तावत् | pos=a,g=m,c=2,n=s |
कालम् | काल | pos=n,g=m,c=2,n=s |
आप्स्यसि | आप् | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |
यज्ञेषु | यज्ञ | pos=n,g=m,c=7,n=p |
सु | सु | pos=i |
हुताम् | हु | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
विप्रैः | विप्र | pos=n,g=m,c=3,n=p |
वसोः | वसु | pos=n,g=m,c=6,n=s |
धाराम् | धारा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
महात्मभिः | महात्मन् | pos=a,g=m,c=3,n=p |