महाभारतम् — 12.324.22
Original
Segmented
यतस् त्वम् सहसा भ्रष्ट आकाशात् मेदिनी-तलम् एकम् तु अनुग्रहम् तुभ्यम् दद्मो वै नृप-सत्तम
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यतस् | यतस् | pos=i |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
सहसा | सहसा | pos=i |
भ्रष्ट | भ्रंश् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
आकाशात् | आकाश | pos=n,g=m,c=5,n=s |
मेदिनी | मेदिनी | pos=n,comp=y |
तलम् | तल | pos=n,g=n,c=2,n=s |
एकम् | एक | pos=n,g=m,c=2,n=s |
तु | तु | pos=i |
अनुग्रहम् | अनुग्रह | pos=n,g=m,c=2,n=s |
तुभ्यम् | त्वद् | pos=n,g=,c=4,n=s |
दद्मो | दा | pos=v,p=1,n=p,l=lat |
वै | वै | pos=i |
नृप | नृप | pos=n,comp=y |
सत्तम | सत्तम | pos=a,g=m,c=8,n=s |