महाभारतम् — 12.324.15
Original
Segmented
सुर-पक्षः गृहीतः ते यस्मात् तस्माद् दिवः पत अद्य प्रभृति ते राजन्न् आकाशे विहता गतिः मद्-शाप-अभिघातेन महीम् भित्त्वा प्रवेक्ष्यसि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सुर | सुर | pos=n,comp=y |
पक्षः | पक्ष | pos=n,g=m,c=1,n=s |
गृहीतः | ग्रह् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
यस्मात् | यस्मात् | pos=i |
तस्माद् | तस्मात् | pos=i |
दिवः | दिव् | pos=n,g=m,c=5,n=s |
पत | पत् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
अद्य | अद्य | pos=i |
प्रभृति | प्रभृति | pos=i |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
राजन्न् | राजन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
आकाशे | आकाश | pos=n,g=n,c=7,n=s |
विहता | विहन् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
गतिः | गति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
मद् | मद् | pos=n,comp=y |
शाप | शाप | pos=n,comp=y |
अभिघातेन | अभिघात | pos=n,g=m,c=3,n=s |
महीम् | मही | pos=n,g=f,c=2,n=s |
भित्त्वा | भिद् | pos=vi |
प्रवेक्ष्यसि | प्रविश् | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |