महाभारतम् — 12.323.44
Original
Segmented
मानवानाम् सहस्रेषु तेषु वै शुद्ध-योनि अस्मान् न कश्चिद् मनसा चक्षुषा वा अपि अपूजयत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
मानवानाम् | मानव | pos=n,g=m,c=6,n=p |
सहस्रेषु | सहस्र | pos=n,g=n,c=7,n=p |
तेषु | तद् | pos=n,g=n,c=7,n=p |
वै | वै | pos=i |
शुद्ध | शुद्ध | pos=a,comp=y |
योनि | योनि | pos=n,g=n,c=7,n=p |
अस्मान् | मद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
न | न | pos=i |
कश्चिद् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
मनसा | मनस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
चक्षुषा | चक्षुस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
वा | वा | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
अपूजयत् | पूजय् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |