महाभारतम् — 12.323.19
Original
Segmented
एकत-द्वित-त्रिताः ऊचुः वयम् हि ब्रह्मणः पुत्रा मानसाः परिकीर्तिताः गता निःश्रेयस-अर्थम् हि कदाचिद् दिशम् उत्तराम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
एकत | एकत | pos=n,comp=y |
द्वित | द्वित | pos=n,comp=y |
त्रिताः | त्रित | pos=n,g=m,c=1,n=p |
ऊचुः | वच् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
वयम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=p |
हि | हि | pos=i |
ब्रह्मणः | ब्रह्मन् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
पुत्रा | पुत्र | pos=n,g=m,c=1,n=p |
मानसाः | मानस | pos=a,g=m,c=1,n=p |
परिकीर्तिताः | परिकीर्तय् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
गता | गम् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
निःश्रेयस | निःश्रेयस | pos=n,comp=y |
अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
हि | हि | pos=i |
कदाचिद् | कदाचिद् | pos=i |
दिशम् | दिश् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
उत्तराम् | उत्तर | pos=a,g=f,c=2,n=s |