महाभारतम् — 12.321.43
Original
Segmented
इति गुह्य-समुद्देशः ते नारद कीर्तितः भक्त्या प्रेम्णा च विप्र-ऋषे मद्-भक्त्या च ते श्रुतः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
इति | इति | pos=i |
गुह्य | गुह्य | pos=n,comp=y |
समुद्देशः | समुद्देश | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
नारद | नारद | pos=n,g=m,c=8,n=s |
कीर्तितः | कीर्तय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
भक्त्या | भक्ति | pos=n,g=f,c=3,n=s |
प्रेम्णा | प्रेमन् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
च | च | pos=i |
विप्र | विप्र | pos=n,comp=y |
ऋषे | ऋषि | pos=n,g=m,c=8,n=s |
मद् | मद् | pos=n,comp=y |
भक्त्या | भक्ति | pos=n,g=f,c=3,n=s |
च | च | pos=i |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
श्रुतः | श्रु | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |