महाभारतम् — 12.321.27
Original
Segmented
श्री-भगवान् उवाच अवाच्यम् एतद् वक्तव्यम् आत्म-गुह्यम् सनातनम् तव भक्तिमतो ब्रह्मन् वक्ष्यामि तु यथातथम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
श्री | श्री | pos=n,comp=y |
भगवान् | भगवन्त् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
अवाच्यम् | अवाच्य | pos=a,g=n,c=1,n=s |
एतद् | एतद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
वक्तव्यम् | वच् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
आत्म | आत्मन् | pos=n,comp=y |
गुह्यम् | गुह्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
सनातनम् | सनातन | pos=a,g=n,c=1,n=s |
तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
भक्तिमतो | भक्तिमत् | pos=a,g=m,c=6,n=s |
ब्रह्मन् | ब्रह्मन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
वक्ष्यामि | वच् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
तु | तु | pos=i |
यथातथम् | यथातथ | pos=a,g=n,c=2,n=s |